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महिलाएं करेंगी ड्रोन से दवाई छिड़काव, सरकारी प्रशिक्षण और सैलरी भी मिलेगी! आवेदन शुरू Namo Drone Didi Yojana

Namo Drone Didi Yojana: गाँव की महिलाएं अब खेतों में सिर्फ मजदूरी नहीं करेंगी, बल्कि टेक्नोलॉजी के साथ काम करके सैलरी भी पाएंगी। सरकार ने अब महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नई पहल की है, जिसमें महिलाओं को खेतों में ड्रोन से कीटनाशक और खाद छिड़कने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। ड्रोन तकनीक की मदद से खेती में बदलाव लाने के लिए सरकार महिलाओं को पूरी तरह प्रशिक्षित करेगी और साथ ही उन्हें हर महीने सम्मानजनक वेतन भी मिलेगा। खास बात यह है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए अधिक पढ़ाई-लिखाई की जरूरत नहीं है।

ड्रोन प्रशिक्षण योजना का उद्देश्य क्या है?

इस योजना की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को खेतों में सिर्फ परंपरागत मजदूरी तक सीमित न रखते हुए उन्हें तकनीकी खेती का हिस्सा बनाना है। ड्रोन छिड़काव आजकल बहुत जरूरी हो गया है, क्योंकि इससे समय और लागत दोनों की बचत होती है और खेती में उत्पादकता भी बढ़ती है। आपको बता दें कि कई राज्यों में पहले ही पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह कार्यक्रम शुरू हो चुका है और इससे महिलाओं में आत्मविश्वास और आय दोनों बढ़ी है। ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग देकर महिलाओं को रोजगार देने के साथ-साथ सरकार खेती को भी आधुनिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।

कहां से मिलेगी ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग? Namo Drone Didi Yojana

Namo Drone Didi Yojana प्रशिक्षण राज्य सरकार की कृषि विभाग की देखरेख में दिया जाएगा। महिलाओं को संबंधित कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या कृषि विश्वविद्यालय में ड्रोन ऑपरेशन, रखरखाव और छिड़काव तकनीक की पूरी जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण पूरी तरह मुफ्त रहेगा और कुछ जगहों पर महिलाओं को प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेंड भी मिलेगा। सरकार के अनुसार, यह प्रशिक्षण 15 दिन से 1 महीने तक चल सकता है, जिसमें थेओरी के साथ-साथ फील्ड में प्रैक्टिकल भी शामिल रहेगा। ड्रोन ऑपरेटर के रूप में ट्रेनिंग के बाद महिलाओं को सरकारी अथवा निजी एग्रीटेक कंपनियों से काम करने का ऑफर मिल सकता है।

कितनी मिलेगी सैलरी और काम का तरीका क्या होगा?

आपको जानकर हैरानी होगी कि ड्रोन से दवाई छिड़कने का काम आज की तारीख में इतना जरूरी हो गया है कि इसके लिए 12,000 से 18,000 रुपये तक हर महीने का वेतन आसानी से मिल सकता है। कुछ मामलों में जहां महिलाएं निजी स्तर पर सेवा देती हैं, वहां यह आमदनी और भी ज्यादा हो सकती है। ड्रोन ऑपरेटर को सुबह-शाम खेतों में जाना होता है और पहले से फीड किए गए डेटा के आधार पर ड्रोन से खाद और कीटनाशक छिड़कना होता है। कई जगहों पर एक महिला एक दिन में 10-15 एकड़ तक का क्षेत्र कवर कर रही है। धीरे-धीरे यह काम अब व्यवसाय का रूप भी ले रहा है।

किन महिलाओं को प्राथमिकता मिलेगी?

Namo Drone Didi Yojana में प्राथमिकता उन महिलाओं को दी जा रही है जो ग्रामीण क्षेत्र से हैं, कृषि क्षेत्र में पहले से जुड़ी रही हैं, या जिनकी आय सीमित है। साथ ही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है। यदि किसी महिला के पास पहले से ही मोबाइल फोन और थोड़ी तकनीकी समझ है, तो वह इस योजना में आसानी से एडजस्ट हो सकती है। सरकारी एजेंसियां ऐसे सभी मामलों में विशेष ध्यान दे रही हैं ताकि महिलाएं अपने गांव और खेत में ही आत्मनिर्भर बन सकें।

आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज

नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकती है। इच्छुक महिलाएं कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकती हैं या अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या पंचायत कार्यालय से संपर्क कर सकती हैं। आपको बता दें कि आवेदन करते समय पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता और बैंक अकाउंट की डिटेल देना अनिवार्य होगा। सभी दस्तावेज सही तरीके से जमा करने पर प्रशिक्षण के लिए नामांकन हो जाएगा।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी विभिन्न सरकारी स्रोतों और कृषि योजनाओं के सार्वजनिक डाटा पर आधारित है। योजना में बदलाव संभव है, कृपया आवेदन से पहले संबंधित आधिकारिक स्रोत या विभाग से जानकारी की पुष्टि कर लें।

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